सोमवार, 10 मार्च 2014

नारी एक विश्वास

डॉ सरस्वती माथुर
1
माँ बेटी सी
पत्नी, बहिन- जैसी
अंकुराती आकाश
घर- आँगन
देहरी द्धार पर
नारी एक विश्वास
2
नारी माँ भी
बेटी - भार्या भी नारी
स्नेह प्यार से नारी
महक बाँट
जीवनदायिनी सी
सम्मोहित करती l


3 टिप्‍पणियां:

ज्योति-कलश ने कहा…

नारी की गरिमा दर्शाते ...सुन्दर सेदोका ..बहुत बधाई सरस्वती जी !!

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

नारी एक रूप अनेक... और सभी रूप एक से बढ़कर एक !:-)
सुन्दर सेदोका सरस्वती जी !

~सादर
अनिता ललित

Kamlanikhurpa@gmail.com ने कहा…

अंकुराती आकाश
घर- आँगन
देहरी द्धार पर
नारी एक विश्वास ..

सुन्दर भाव ...आकाश का अंकुरण तो अनूठा है ... जो शून्य आकाश में भी हरियाली ला दे वही तो नारी है |