tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post1948547871911916084..comments2024-03-29T02:11:17.472+11:00Comments on त्रिवेणी: 695Unknownnoreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-25326503810939763032016-04-16T18:02:14.249+10:002016-04-16T18:02:14.249+10:00
शाश्वत सत्य को जानते हुए भी अवसाद में घिर ही जाते...<br />शाश्वत सत्य को जानते हुए भी अवसाद में घिर ही जाते हैं कमला जी और ये नेक दिल के साथ ही क्यों होता है? कितने दुःख की बात है ये.......... बेहद मार्मिक साथ ही कुछ सोचनें पर मजबूर करने वाला हाइबन ।<br />ज्योत्स्ना प्रदीप Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-36796971737601663722016-04-11T06:49:56.792+10:002016-04-11T06:49:56.792+10:00 हरदीप बहुत बहुत शुक्रिया आभार । मुझे अपने त्रिव... हरदीप बहुत बहुत शुक्रिया आभार । मुझे अपने त्रिवेणी में स्थान दिया।ऐसा काल चलाना नहीं भुलाया जा सकता। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05248473740018889298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-88379889307509748392016-04-08T20:50:26.314+10:002016-04-08T20:50:26.314+10:00नेक दिल इंसान की एक अनूठी तस्वीर। बहुत सुंदर ढंग स...नेक दिल इंसान की एक अनूठी तस्वीर। बहुत सुंदर ढंग से चित्रण किया है आपने। पढ़ते समय उनके जीवन का हर पन्ना खुलता गया और धीरे धीरे दर्द बढ़ता गया, ऑंखें नम होती गईं। <br />उफ़ ! ये दुनिया ऐसी न होती ! <br />हरदीपਸਫ਼ਰ ਸਾਂਝ https://www.blogger.com/profile/00175907955598447897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-82737941787799955722016-04-06T20:44:38.156+10:002016-04-06T20:44:38.156+10:00Good Good Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11051582666585324083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7467012346932675254.post-34418901707125856332016-04-05T17:53:23.403+10:002016-04-05T17:53:23.403+10:00बहुत मार्मिक ..अटल सत्य को कहता मर्मस्पर्शी हाइबन ...बहुत मार्मिक ..अटल सत्य को कहता मर्मस्पर्शी हाइबन !<br />बधाई आपको !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.com