मंगलवार, 5 जनवरी 2016

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कमला घटाऔरा

नव दिवस
ले उम्मीदों की हाला
बाँटते चले
हर जन जन में
करें संकल्प
हर दिल हो भरा
स्नेह प्रेम से
प्रतिशोध औ क्रोध
हो दूर सदा
सफल हो सपनें
अच्छे दिनों के
जो देखे जनता ने
कभी न टूटे
जगाये जो विश्वास
करें पूर्ण भी
नहीं धुरी से हटी
कभी धरणी
कर्मठ योगी सूर्य
चलता चले
न त्यागे कर्म निज
पुनरावृति
न हो उन कर्मों की
दुत्कारे आत्मा  
करके मन शान्त
करें प्रार्थना
सुखी हो चराचर
मिटायें वैर  
जो बीता ,बीत गया
हो स्वागत नए का।

2 टिप्‍पणियां:

ज्योति-कलश ने कहा…

सुन्दर भावों के साथ नए वर्ष का अभिनन्दन वंदन के योग्य है ..हार्दिक बधाई ..शुभ कामनाएँ !

Jyotsana pradeep ने कहा…

nav varsh ki shubhkaamnao ko saath liye ...khoobsurat choka ...haardik badhai kamla ji saath hi shubhkaamnayen !