मंगलवार, 4 फ़रवरी 2014

कर देना उज्ज्वल

1-सुनीता अग्रवाल
1
बुद्धिदायिनी
श्वेतवस्त्रावृत्ता  माँ
हंसवाहिनी
कर  देना उज्ज्वल
अंतर्मन  हमारा ।
2
जग मायावी
हम बच्चे  अबोध
सुरभारती
तेरे शरण आए
दे बुद्धि- विवेक माँ !
-0-
2-रेनु चन्द्रा
1
बगिया खिली
भौंरे गुनगुनाए
मन महका
गीत मधुर गाए
बसन्त मुस्कुराए ।

-0-

4 टिप्‍पणियां:

डॉ. जेन्नी शबनम ने कहा…

बसंत पंचमी पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ. सभी ताँका भावपूर्ण.

सुनीता अग्रवाल "नेह" ने कहा…

sampadakdway ka haardik aabhar evam vasantpanchmi ki shubhkamnaye :)
@renu chndra ji sundar tanka

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

सामयिक सुन्दर तांका के लिए हार्दिक बधाई...|

ज्योति-कलश ने कहा…

बहुत सुन्दर , सामयिक ताँका ....जय माँ शारदे !!

सादर
ज्योत्स्ना शर्मा