बुधवार, 1 जनवरी 2014

नव वर्ष वन्दन!

ताँका
1-डॉ सुधा गुप्ता
1
भोर किरन
झिलमिल आँगन
उषा लालिमा
रँग दे तन-मन
नव वर्ष वन्दन!
2
फूटे कोंपल
हर मन की डाली
नूतन वर्ष
चेतना उजियाली
फैलाए खुशहाली।
3
एक वृक्ष को
पुत्र बनाके पालो
नए वर्ष में
शुभ संकल्प करो
पितृ-ॠण चुका लो !
4
कितना अच्छा !
अनाथ शैशव जो
एक सँवारो
बिटिया ले केगोद
शिक्षा-भार उठा लो ।
-0-
2-पुष्पा मेहरा      
1
 अभिनंदन 
 नव वर्ष तुम्हारा
 सप्त रंग हैं
 सपन सघन हैं
 नवल किरण है 
-0-
3- सुभाष लखेड़ा
1
स्वीकार करें
आप शुभकामना
नव वर्ष की
बीती ताहि बिसारें
भविष्य को सँवारें।

-0-

5 टिप्‍पणियां:

sushila ने कहा…

सुन्दर सृजन और नव-वर्ष की बधाई इस हाइकु के साथ -

खोलो साँकल
दस्तक दे रही हैं
खुशियाँ द्वार।
- सुशीला श्योराण

ज्योति-कलश ने कहा…

मन को आनंदित करती रचनाएँ हैं .....उजियारा फैलाती रचनाओं के लिए बहुत वंदन अभिनन्दन आ सुधा दीदी , पुष्पा मेहरा जी एवं सुभाष जी के प्रति !
त्रिवेणी परिवार के लिए नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ !

Jyotsana pradeep ने कहा…

aap sabhi ki rachnaye apne aap me hi anmol hai......

Anita Lalit (अनिता ललित ) ने कहा…

बहु-बहुत सुन्दर सभी ताँका !
आदरणीया सुधा दीदी जी, पुष्पा मेहरा जी,
आदरणीय सुभाष लखेड़ा जी
आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामाएं !

~सादर
अनिता ललित

प्रियंका गुप्ता ने कहा…

एक वृक्ष को
पुत्र बनाके पालो
नए वर्ष में
शुभ संकल्प करो
पितृ-ॠण चुका लो !


कितना अच्छा !
अनाथ शैशव जो
एक सँवारो
बिटिया ले के ‘गोद’
शिक्षा-भार उठा लो ।

कितनी अच्छी बात कह दी है इन पंक्तियों में...|
बाकी तांका भी बहुत अच्छे हैं...|
आप सब को बधाई...|